The Latest Trends in Technology and Evolution of Lighting

 


टेक्नोलॉजी ने अब तक कई ट्रेंड्स को एक नया रूप दिया है, लेकिन टेक्नोलॉजी द्वारा लाया गया सबसे महत्वपूर्ण परिवर्तन लाइट इंडस्ट्री में देखा जा सकता है। पिछले कुछ वर्षों में लाइट इंडस्ट्री में कई अलग-अलग नई टेक्नोलॉजी सामने आई हैं। लेकिन, परिवर्तन हमारे लाइट इंडस्ट्री का एक प्रमुख हिस्सा बनने जा रहे जो भविष्य के ट्रेंड को बदल देंगे।

light industry

Building Materials Reporter (BMR) लेके आया है आपके लिए कुछ लेटेस्ट टेक्नोलॉजी।

1. इंटरनेट ऑफ थिंग्स

light sensor

इंटरनेट ऑफ थिंग्स एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जो न केवल आपके स्मार्टफोन और कंप्यूटर को इंटरनेट से जोड़ेगी बल्कि आपके गैजेट्स को आपके फ्रिज, कॉफी मेकर, लाइटिंग फिक्स्चर और बहुत कुछ के साथ भी जोड़ेगी। यह एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जिसने हमें अपने स्मार्ट गैजेट्स का उपयोग करके अपने लाइटिंग फ़िक्सर को दूर से कंट्रोल करने लायक बनाया है। इसका मतलब है कि अब आप इनबिल्ट सेंसर की मदद से कहीं से भी लाइट ऑन और ऑफ कर सकते हैं जो आपके स्मार्टफोन या कंप्यूटर के साथ कनेक्टेड होते है हैं।

2. वायरलेस लाइटिंग

2. वायरलेस लाइटिंग

आज, सब कुछ वायरलेस और कॉम्पैक्ट हो रहा है इसलिए लाइट इंडस्ट्री में वायरलेस ट्रेंड को अपना रहा है, खासकर रेट्रोफिट प्रोजेक्ट्स में। साथ ही रेडियो-फ़्रीक्वेंसी-आधारित सिस्टम, पावर-लाइन संचार जैसी टेक्नोलॉजीस हैं, जो आपकी फिटिंग से डेटा ले जाने के लिए मुख्य पावर लाइनों का उपयोग करती हैं। यहां तक कि ट्रेडिशनल वायर्ड लाइटिंग सिस्टम भी वायरलेस लाइटिंग टेक्नोलॉजी का उपयोग कर रहे हैं जहां सब कुछ बिना किसी केबल कनेक्टिविटी के कंट्रोल किया जा सकता है।

3. सभी LED बल्ब के लिए

3. सभी LED बल्ब के लिए

LED, लाइट इंडस्ट्री में नई टेक्नोलॉजी का ट्रेंड है जिसे आज नकारा नहीं जा सकता है। LED लाइटिंग फिक्सर्स से पर्यावरण पर कोई गलत प्रभाव नहीं पढता और आपके अपने स्वास्थ्य के भी कई लाभ हैं। ये लाइटें ऊर्जा भरपूर हैं और ये कम बिजली की खपत करती हैं जिसके परिणामस्वरूप अंततः बिजली के बिलों में कमी आती है। इसके अलावा इससे गर्मी भी कम होती हैं जो रोशनी द्वारा निकलने वाले कार्बन डाइऑक्साइड को कम करने में मदद करता है।

4. कनेक्टिविटी

4. कनेक्टिविटी

मेनस्ट्रीम में LED लाइटिंग टेक्नोलॉजी के व्यापक उपयोग के साथ कंट्रोल या हम कह सकते हैं कि कनेक्टिविटी में बहुत सुधार हुआ है। डिमर्स और सेंसर लम्बे समय से लाइट इंडस्ट्री का हिस्सा हैं, लेकिन एडवांस डिजिटल कनेक्टिविटी के साथ, कंट्रोल लाइट इंडस्ट्री का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गई है।

5. बिल्ट-इन लाइट्स

5. बिल्ट-इन लाइट्स

LED टेक्नोलॉजी के द्वारा बढ़ाए गए नए लाइटिंग ट्रेंड में बिल्ट-इन लाइटिंग सोर्स होता हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि LED लाइटों को बार-बार बदलने की आवश्यकता नहीं होती है। आज कल बिल्डर्स दीवारों और छत के अंदर लाइट की फिटिंग कर रहे हैं ताकि उन्हें जितना संभव हो सके फ्रेश और कूल दिखा सके। बिल्डर्स ऐसे डिजाइन बना रहे हैं जो लाइट फिक्सर्स के साथ इंटरग्रटेड हो।

6. लाइट फिडेलिटी (LiFi)

6. लाइट फिडेलिटी (LiFi)

लाइट अब सिर्फ आपके घर को रोशनी हीं प्रदान नहीं करती है, बल्कि यह LiFi जैसी डेटा तकनीक बन गई है। यह एक WiFi टेक्नोलॉजी की तरह है जहां एक लाइट कम्युनिकेशन सिस्टम बनाने के लिए इनडोर LED ल्यूमिनेयर का उपयोग किया जाता है। यह हमारी दुकानों, संग्रहालयों और इनडोर स्थानों को अच्छे स्थानों में बदलने के लिए तैयार है जहां उपलब्ध लाइट स्रोतों का उपयोग करके डेटा को ट्रांसफॉर्म किया जा सकता है।

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